STORYMIRROR

Shalini Dikshit

Inspirational

4  

Shalini Dikshit

Inspirational

नारी

नारी

1 min
13

बालक बांधे पीठ पर

मन में भरे अपार स्नेह

लिए हाथ तलवार


घोड़ा दौड़ाती 

करती दुश्मन पर वार

कहलाती वो झांसी की रानी।


बांधे परिवार को एक डोर से

मन में भरे अपार संस्कार

लिए हाथ मे कलम


उड़ाती रॉकेट मंगल तक

करती चौतरफा सारे काम

कहलाती वो आज की नारी।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational