राधा की तड़प
राधा की तड़प
तेरे बिना श्याम मुझ को, हर पल चैन न आवे,
यमुना तट पर बाट देखूं मैं, तेरी याद सतावे।...
जब जब सुनूं मैं मुरली तेरी, दौड़कर तेरे पास आऊँ,
ढूँढूँ तुझ को वृज की गलियों में, तेरी सूरत न देख पाऊं।
न तड़पाना श्याम तू मुझ को, मिलन की प्यास बढ़ावे,
यमुना तट पर बाट देखूं मैं, तेरी याद सतावे।....
मैं हूँ तेरी प्रेम दीवानी, न बना तू दर्द दीवानी,
जनम जनम की दासी मैं तेरी, न सताना बांके बिहारी।
नाच नचा दे रासलीला में, "मुरली" मधुर सुना दे,
यमुना तट पर बाट देखूं मैं, तेरी याद सतावे।...

