प्यारा बेटा
प्यारा बेटा
मेरा सोना प्यारा बेटा ।
सोता कैसा लगता ठोंटा।
मुस्का कर खुशियाँ भर लाऊँ ।
दादी बाबा को भरमाऊँ।।
नेह प्रेम के अंकुर फूटे ।
देखे मुखड़ा आँचल छूटे।।
बैठी तकती रूप तुम्हारा।
ऐसा लगता चंदा प्यारा।।
गोदी में मैं तुझे उठा लूँ ।
आँचल में मैं तुम्हें छुपा लूँ।।
मेरे घर में हुआ उजाला।
सबका तू ही राज दुलारा।।
मंद-मंद मुस्काता ऐसे।
चाँद चमकता अंबर जैसे।।
परियों के तू घर से आया।
मुझको अपनी मात बनाया।।
नन्हा सा ये फूल खिला है।
मेरे मन का चमन खिला है।।
देख-देखकर इसको जीती।
नजर भरी आँखों से पीती।।
तुझ पर कोई आँच न आये।
काँटे सब मुझको दे जाये।।
तारों से झोली भर लाई।
फूलों से है राह बिछाई।।