माँ
माँ


ईश्वर सम प्यारी माता,
लगती है दान दाता ,
बनी जग की प्रदाता,
करो उसका भी मान।
लगती है प्यारी मैया ,
पीपल की छाँव मैया,
घर की धुरी है मैया,
ईश्वर का वरदान।।
प्रेम सुधा बरसाती,
बच्चों को वही पढ़ाती,
दुख सारे हर लेती,
लेना नित उठ ज्ञान।
उठ करो नित सेवा ,
मिलती रहेगी मेवा ,
सदा कर्तव्य निभाना,
मैया है सबकी जान ।।