प्यार
प्यार
जहां खामोशी से हो हर बात का इकरार,
वहां होता है प्यार,
जब करना न पड़े लफ़्ज़ों में बातों को इज़हार,
बस वही तो होता है प्यार,
सब रह न जाये दुनिया से फिर कोई सरोकार,
समझ लीजिये बस यही है प्यार,
जब मन हो प्रियतम के लिये बेकरार,
समझिए बस यही तो है प्यार,
जब हो सिर्फ उसी का इंतज़ार,
इशारों में हो बातें और ख़ामोश दिलों के बीच हो करार,
समझ लीजिये बस यही है प्यार,
जब भीड़ में भी हो अकेलेपन का अहसास,
और सिर्फ उसके करीब होने पर मिले सुकून अपार,
समझ लीजिये बस यही है प्यार,
जब बातें करने लगो अपने आप से,
खुद से भी ज्यादा हो जब उसका ख्याल,
समझ लीजिये बस यही है प्यार,
प्रकति मनभावन लगने लगे,
प्रियतम को देखने का हर घड़ी हो इंतज़ार,
समझ लीजिये बस यही है प्यार,
जब कहीं मन न लगे,
दिल में हो केवल उसके विचार,
समझिए बस यही है प्यार।