STORYMIRROR

Satyendra Gupta

Romance

4  

Satyendra Gupta

Romance

प्यार करता हूं तुझे

प्यार करता हूं तुझे

2 mins
332

प्यार करता हूँ तुझे 

करता रहूंगा जिंदगी भर

तुम भले ही छोड़ जाओ मुझे

मैं इंतजार करता रहूंगा उम्र भर।


प्यार कोई खेल नहीं है

जो हर कोई को यू ही हो जाए

प्यार तो एक एहसास है

जो दिल में बसती है उम्र भर।


प्यार जिस्म से नही होता

जो हवस तक जाकर खत्म हो जाए

ये तो दो आत्माओं का प्रेम है

जिसकी चाह खत्म नही होती उम्र भर।


मैंने तुम्हें दिल से चाहा है

मेरे दिल में सिर्फ तुम बसती हो

मैं तुम्हारे दिल में बसू या नही

मेरे ख्यालों में सिर्फ तुम रहोगी उम्र भर।


सोता हूँ तो तुम्हे देखता हूँ सपने में

तुम्हारा ही चेहरा दिखता है आईने में

बार बार मुझे देखकर मुस्कुराती हो

बस यूं ही मुस्कुराती रहो उम्र भर।


अब तो मेरे दोस्त भी लगे है चिढ़ाने

नाम तुम्हारा लेकर

और तुम कहती हो की मै किताबो में खोया हूँ

हां खोया रहता हूँ किताबों में

क्युकी किताबो के हर पन्ने में दिखती हो तुम

बस यूं ही तुम दिखते रहना उम्र भर।


तुम एक बार कह दो 

मैं तुमसे प्यार करती हूँं

बस तुम एक बार कह दो

मैं तुम पे मरती हूँ

तो मैं तुम्हारी खातिर कुछ भी कर जाऊंगा

हर मुश्किलों को आसान कर जाऊंगा

यकीन मानो खुश रखूंगा तुम्हे उम्र भर।


अब तो अपने पैरों पे खड़ा हो गया हूँ

नौकरी तो नही कर पाया

सफल बिजनेसमैन बनकर

दूसरो को नौकरी देने लग गया हूँ

ना जाने तुम कहा खो गई हो

तुम्हारा इंतजार करता रहूंगा उम्र भर।


ये कविता जब होगी पब्लिश

इसे पढ़ना तुम जरूर

आज भी इंतजार है तुम्हारा

आना तुम , आ जाना जरूर

आज मुझे किसी भी चीज की नही है कमी

सिर्फ तुम्हारी कमी है इसलिए आंखों में है नमी 

गर तुम आ ना पाई तो नमी रहेगी उम्र भर

गर तुम आ ना पाई तो नमी रहेगी उम्र भर।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance