प्यार जरुरी है
प्यार जरुरी है
पतझड़ के मौसम में पेड़ों का हिलना
गर्म दोपहरी में फूलों का खिलना
सूरज की किरणों का धरती को छूना
मेघों के गर्जन से बारिश का होना
हरी-हरी घास पर ओस की बूंदें
चांदी सी चमकती हैं लहरें कभी जब
करवटें बदल के भी बीते न रात
एक ही चेहरा और हर एक बात
किसी सुन्दर स्वप्न की मीठी सी आहट
वदन की कंपन और होठों पे मुस्कराहट
मिलने पर बातें कभी खत्म नहीं होती
जुदा रहकर भी वो कभी जुदा नहीं होती
वो मिले न मिले पर मिलने की आस रहती है
उसके इंतजार में न भूख न प्यास रहती है
जैसे म्यान के बिना तलवार अधूरी है
वैसे ही जीने के लिए प्यार ज़रूरी है।

