प्यार ही तो है.....
प्यार ही तो है.....
हो ही गया, तो क्या? प्यार ही तो है!
दो चार दिन, दिल ज़रा, खुश रह लेगा,
अपने में, उलझा रहेगा, कुछ न कहेगा,
पागल लगेगा, तो क्या? प्यार ही तो है!
हो ही गया, तो क्या? प्यार ही तो है!
रातों को जगेगा, दिन में सपने सजायेगा,
कोई धुन बनाएगा, कई गीत गुनगुनायेगा,
कुछ अपनी कहेगा, कुछ उसकी सुनाएगा,
किस्से बनाएगा, तो क्या? प्यार ही तो है!
हो ही गया, तो क्या? प्यार ही तो है!
ख़्वाबों में जीयेगा, ख़्यालों में डूब जाएगा,
खुद में हँसेगा, कभी दर्द में उतर जाएगा,
छुपायेगा जहाँ से, जो कभी बिखर जाएगा,
कभी टूट ही गया, तो क्या? प्यार ही तो है!
हो ही गया, तो क्या? प्यार ही तो है!