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Laxmi Tyagi

Romance Tragedy Others

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Laxmi Tyagi

Romance Tragedy Others

पुराना लेटर

पुराना लेटर

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मन को हर्षा जाता है , तुम्हारा वह लेटर !


 मेरे लिए ही लिखा था.... तुमने वह लेटर !


इंकार न कर दूँ , दे सके न तुम मुझे, वह लेटर !


अब क्यों ? दिखाया तुमने वह 'प्रेम भरा ' लेटर !


 भावों से ही नहीं, रंगीन स्याही से सजा था, वह लेटर !


कितने परिश्रम से लिखा ? और सजाया था ,वह लेटर !


खुशी से अश्रुपूरित नेत्रों ने, पूछा, क्यों नहीं दिया? अब तक तुमने वह लेटर !


आज भी अलमारी में संभाल रखा है ,वह तुम्हारा 'अनमोल पुराना 'लेटर !


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