प्रेम रंग
प्रेम रंग
एक रंग तुझसे मिला मुझे, उस रंग का नाम बताऊं क्या
वो लाल भी है, वो पीला है धूसर है, गहरा नीला है
हो सुबह-शाम या दिन हो रात, वो रंग बड़ा नशीला है
एक रंग तेरे दिल का है, एक रंग मेरे प्यार का
तेरा इश्क है पढ़ा-लिखा, मेरा प्यार गंवार सा
लाल रंग तेरी प्रीत का, श्याम रंग मेरे मोह का
कृष्ण रंग तेरी रास का है, नारंग, रंग है बिछोह का
हरा रंग मेरी चुनर का, टकसाल रंग है भाव का
कत्थई रंग में रंग दिया तूने, पोर-पोर मेरे पांव का
पलाश रंग मेरे अधरों का, सिंदूरी रंग है यौवन का
उस पर चांदनी स्पर्श तुम्हारा, नया रंग मेरे जीवन का
बेरंग सी दुनिया में तुम सतरंगी जादूगर हो,
इंद्रधनुष सी छटा लिए, तुम ही तो मेरे प्रियवर हो
इतने रंगों संग आज मुझे देखने फाग के नज़ारे हैं
सुन, मेरे रंगरेज़ मेरे सारे रंग तुम्हारे हैं...