एहसास
एहसास
उनके होने का एहसास कुछ ऐसा रहा
कि सुबह की किरणों में नज़र आए
मिलें चाय की मिठास में
सिंदूरी शाम में और रात के अंधियारे में ......
हर पल महसूस होते रहें आसपास ही
जबकि वो सदियों पहले जुदा हो चुके हैं ।

