Sarita Kumar
Romance
इंतजार के लम्हें
तमाम गुज़ार कर
प्रीत के गहनें
सभी उतार कर
बैठूंगी जब मैं हार कर
तब आएंगे वो
मुस्कुरा कर।
#नो ड्यूज
वक्ता
मेरी पंक्तिया...
आंसू
इंतजार
इश्क
बारिश की फुहा...
एक मीठी सी मु...
नदी
तुम बकवास हो
जिनको भूलना न मुमकिन हरेक के लिए मुश्किल हो जाता है। जिनको भूलना न मुमकिन हरेक के लिए मुश्किल हो जाता है।
मुश्किल से मिलती है छाया विरान रेगिस्तान में सुदर्शन, मन को तपा कर तन के साये में खोना मुश्किल से मिलती है छाया विरान रेगिस्तान में सुदर्शन, मन को तपा कर तन के साये...
कितनी शिद्दत से मेरे दिल ने तुम्हें चाहा है जफ़ा ही तेरी अदा है, तो है कुबूल मुझे। कितनी शिद्दत से मेरे दिल ने तुम्हें चाहा है जफ़ा ही तेरी अदा है, तो है कुबूल म...
बेवफाई का बोझ कैसे उठा लेते हो? हम तो वफ़ा की बोझ तले ही दबते रहे। बेवफाई का बोझ कैसे उठा लेते हो? हम तो वफ़ा की बोझ तले ही दबते रहे।
अपनी आँखों में तेरा अक्स देखती हूँ, तुझे फिर से मिलने का सबब देखती हूँ। अपनी आँखों में तेरा अक्स देखती हूँ, तुझे फिर से मिलने का सबब देखती हूँ।
ख्वाहिश यही कि इश्क मुकम्मल हो बेदाग मोहब्बत सदा अमल हो......। ख्वाहिश यही कि इश्क मुकम्मल हो बेदाग मोहब्बत सदा अमल हो......।
मॉनसून का पैग़ाम ले आता है तेरा आना। चेहरे पर मुस्कान ले आता है तेरा आना।। मॉनसून का पैग़ाम ले आता है तेरा आना। चेहरे पर मुस्कान ले आता है तेरा आना।।
तू हमदम है हमदर्द, खुदा है या क्या है ? तू हमदम है हमदर्द, खुदा है या क्या है ?
ऐ ज़िन्दगी बस इतना सा है फसाना। ऐ ज़िन्दगी बस इतना सा है फसाना।
हम तुम संग संग चलते थे, नभ से मेघ बरसते थे, हम तुम संग संग चलते थे, नभ से मेघ बरसते थे,
कुछ हर्फ़ मौजूद हैं तेरे नाम के,मेरे नाम में, तू मीलों दूर होकर भी समाया है मुझमें। कुछ हर्फ़ मौजूद हैं तेरे नाम के,मेरे नाम में, तू मीलों दूर होकर भी समाया है म...
तेरे लबों पर तो सौगात हो, जो लिखे मुझे दिल के हालात हो। तेरे लबों पर तो सौगात हो, जो लिखे मुझे दिल के हालात हो।
समुद्र जैसी आँखें गुलाबी होठ तेरे ठोड़ी पे जो ये तिल हैं, हाय। समुद्र जैसी आँखें गुलाबी होठ तेरे ठोड़ी पे जो ये तिल हैं, हाय।
पर कुछ भी कहो पारुल मेरी जान हो तुम।। पर कुछ भी कहो पारुल मेरी जान हो तुम।।
रोनक ले आती है तेरे नाम की बिंदिया जरूर माथे का चांद है मेरे तेरे नाम का सिंदूर,,, रोनक ले आती है तेरे नाम की बिंदिया जरूर माथे का चांद है मेरे तेरे नाम का सिंद...
कभी पागल लगी किसी को तो,, कभी किसी को खली हूं मैं। कभी पागल लगी किसी को तो,, कभी किसी को खली हूं मैं।
माना सहनी पड़ी बेइज़्ज़ती ज़माने से अगर, कुछ दिलकशी की बात को विदा कीजिये। माना सहनी पड़ी बेइज़्ज़ती ज़माने से अगर, कुछ दिलकशी की बात को विदा कीजिये।
मन में तुम्हारे कुछ और था और कुछ और ही तुम कहती थी। मन में तुम्हारे कुछ और था और कुछ और ही तुम कहती थी।
कब से तुम हमारे गहरे सपनों में आने लगे थे, तब से हम तुम्हें सपनों में जगाने लगे हैं। कब से तुम हमारे गहरे सपनों में आने लगे थे, तब से हम तुम्हें सपनों में जगाने ल...
आज भी मेरी डायरी में बंद है इश्क़ का वो पहला गुलाब। आज भी मेरी डायरी में बंद है इश्क़ का वो पहला गुलाब।