मैं दीवाना हूं तेरा
मैं दीवाना हूं तेरा
तू मुस्का दे,
अपने नरम होंठों से,
मेरे दिल को खुशी मिल जाए
हसरतें हैं,
मेरे दिल में मुझे खुशी देखने की
आज बयां कर दें,
मुझसे प्यार हैं,
या नहीं..
मैं तो दीवाना हूँ
जब से तुझसे नयन मिले
मेरे दिल में ,
मचा है शोर!
कल जो थे कुछ- कुछ
आज तो तेरा ही हूँ
मेरा दीवानापन जाता नहीं
तुझसे नजरें मिलाने पर
मैं जब भी देखता हूँ,
तेरी खुशियों के,
राहों में गुजरकर
जो चाहती थी,
बता दिए
मैं दीवाना हूँ तेरा
और रहूँगा!!!

