तिरंगा साथ ले चलो,
तिरंगा साथ ले चलो,
तुम बढ़ चलो, सम्भल चलो
तिरंगा साथ ले चलो,
बिगुल बज रहा है,
ये देश कह रहा है
उठो तुम जवानों
इसे तुम पहचानो
कुछ माँ के आशाएँ
ये देश के हैं साएँ
भर लो जोश बाजुओं में
तुम हाथ से हाथ
ले चलो...
तुम बढ़ चलो ,सम्भल चलो
तिरंगा साथ ले चलोx 2
न कोई है हिन्दू यहाँ
न कोई हैं मुस्लमाँ
रगो में दौड़ते हैं,
गुल बन के हिन्दोसिताँ
बारूद बनके तुम
निकल पड़ो,
जय हिन्द तुम
कह चलो
तुम बढ़ चलो, सम्भल चलो
तिरंगा साथ ले चलोx 2
तुम भारत के मशाल हो
उन माताओं के लाल हो
जिसने तुम्हें जनम दिया
तुम उसी के ही खयाल हो
सोचो नहीं तुम बढ़ चलो
कदम - कदम, कदम चलो
शेर की तुम भांति हो..
तुम शेर से भी ना डरो,
तुम बढ़ चलो, सम्भल चलो
तिरंगा साथ ले चलोx 2
ये चमन है अपना ही,
ये अमन के जो हैं रास्ते
दीए नहीं तुम सूरज बनो
इस वतन के ही वास्ते
ये उठ रही लहर जो
इस जोश -ए वतन में
कुछ कह रही साँसें मेरी
तुम बढ़ चलो जतन से
तुम जय हिन्द, जय - जय कह चलो
तुम बढ़ चलो, सम्भल चलो
तिरंगा साथ ले चलोx 2
आसमां के ललाट पर
तुम बांध दो तिरंगा ये
मुस्कुराओ तुम बार -बार
जो तिरंगा का है प्यार ये
लिख चलो इतिहास तुम
दिला दो विश्वास तुम
तुम ले चलो दिलो में आग
तुम गाते चलो जय हिन्द राग
जयघोष करके तुम...
आगे यूँ ही तुम बढ़े चलो
तुम बढ़ चलो, सम्भल चलो
तिरंगा साथ ले चलोx 2