रिवाज़।
रिवाज़।
रिवाजों के नाम पर ठगे जाते हैं रोज़
किस किताब में लिखा है रिवाजों के नाम पर मन मारना।
करोनाकाल में भी मास्क लगाने के नाम से भी लोगों का घुटता है दम।
लेकिन रिवाज के नाम पर स्त्री को घूंघट और बुर्के में ढांपना।
क्यों बड़ी हो जाती है समय से पहले यह बेटियां ?
किस किताब में लिखा है रिवाजों के नाम पर स्त्री को तिल तिल कर मारना।
जोर से हंसना भी गुनाह क्यों है ?
खुश रहना और मस्ती में नाचना बुरा क्यों है ?
स्वपन पूरा करना और उनके लिए ही जीना ,
नारी के लिए यह काम इतना मुश्किल भला क्यों है ?
आधी रात को घर छोड़ने पर
पुरुष तो महावीर और बुद्ध भी हो सकते हैं!
लेकिन नारी को अग्नि परीक्षा देने की जरूरत क्यों है ?
पढ़ना चाहती हूं मैं रिवाजों की वह किताब
जिसमें कुछ भी लिखा है क्या और क्यों है ?