STORYMIRROR

Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Action

4  

Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Action

वसुधैव कुटुम्बकम

वसुधैव कुटुम्बकम

1 min
397

सब कोई 

मेरे अपने हैं 

मैं उनके दिल 

में रहता हूँ 

शायद मिलन 

हो ना हो 

मैं बातें उनसे 

करता हूँ !!

 

भाषाओं की 

तकरार नहीं 

धर्मों की 

दीवार कहाँ है 

नहीं रंग रूप 

में भेद भाव 

मजहब की 

दीवार कहाँ है !!

 

विश्व हमारा 

गाँव बना है

धरती- आकाश 

हमारा है 

सब हैं सबके 

साथ यहाँ 

एक - दूजे का 

सहारा है !!

 

शक्तिशाली हम 

बने सदा 

पर शांति 

बनाए रखना है 

वसुधैव कुटुम्बकम

के मंत्रों को 

याद सदा ही करना है !! 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action