"तुम नारी हो"
"तुम नारी हो"
"तुम नारी हो और तुम ही नवदुर्गा हो, तुम नौ रूपों की स्वामिनी और
तुम ही जगदंबा हो, आदि शक्ति बन के तुम ये दुनिया सारी चला रही"
"क्यों सोचती हो की कुछ मुश्किल है और तुम कुछ ना कर पाओगी,
किस बात से तुम डर जाती हो आखिर क्यों घबरा जाती हो"
तुम कारयोग्नि तुम सहनशील हो, धैर्य तुम्हारा बड़ा शस्त्र है,
तुम हर मुश्किल का हल कर सकती हो, करुणा का तुम बहता सागर
तुम हर दिल को पावन कर सकती हो, जब क्रोध में आओ तो महाकाली तुम हो
रौद्र रूप में रुद्राणी तुम हो, तुम नारी हो तुम हर मुश्किल से लड़ सकती हो,
विश्वास करो खुद की शक्ति पे तुम भवसागर पार भी कर सकती हो,
जब संभाल रही तुम हर रूप में इस जीवन को तो तुम अबला कैसे हो सकती हो"
"विश्वास करो की हर रूप में सिर्फ तुम ही हो, 'माँ, बेटी या पत्नी हो तुम', हर रूप को तुम्ही ने निखारा है"
"तुम नारी हो और तुम ही नवदुर्गा, तुम नौ रूपों की स्वामिनी, हर रूप में तुम ही पूजी जाती हो"
"कभी पार्वती कभी बन के सती तुम हर रूप में हमें जीना सिखाती हो"!!!