STORYMIRROR

Abdul Rahman Bandvi

Romance

3  

Abdul Rahman Bandvi

Romance

तेरे साथ सफर

तेरे साथ सफर

1 min
138

प्यार की राह में दिए फूल को हमें है बिछाना,

साथ खाए कसमें वादे भी हमको है निभाना।


साथिया तेरे साथ ही हमको सफ़र है बिताना, 

चाहे जो कुछ भी कहता रहे हमको ये ज़माना।


हालात-ए-ज़िन्दगी से एक दूजे को है गुजरना,

ज़िन्दगी के फलसफे को अच्छे से है समझना।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance