ज़ज्बात
ज़ज्बात
होते नहीं नेक दिल सभी यहां
,इसलिए...
जज़्बातों को ,काबू में रखना सीखिए ,
बन जायेगा बातों का बतंगड़ कभी भी,
इसलिए ..
दिल की बातों को परतों में ही छिपाना सीखिए,
मिलते जुलते रहें सभी से बिना स्वार्थ के ,जनाब
इसलिए..
दिलजलों से दूरी बनाना सीखिए,
हालात बद से बद्तर हो सकते हैं कभी भी
इसलिए....
साहब, संघर्ष करना सीखिए,
मिलेगी सफलता एक दिन तुम्हें जरूर
इसलिए ....
थोड़ा सब्र करना सीखिए,
खुदा ने बड़ी मेहनत से बनाई ये खूबसूरत दुनिया ,
इसलिए ....
भुलाकर गम सारे बेगम से दिल लगाना सीखिए,
जल्दबाजी में न उठायें कभी कोई क़दम
इसलिए.....
थोड़ी ही सही पर, रहनुमाई सीखिए
धन दौलत खाक में मिल जायेगी एक दिन
इसलिए......
कभी कभी ही सही, पर बख्शीश देना सीखिए
रुठने मनाने के जमाने लद गए हैं,अब
इसलिए ......
सोचकर ही इश्क़ के दरिया में उतरना सीखिए ।।

