वीरों की माटी
वीरों की माटी
स्वतंत्रता का पावन पर्व है आया
देश में चहुं ओर उल्लास है छाया
भारत के अमर सपूतों ने जग में
वतन का अक्षुण्ण सम्मान बढ़ाया
दूर क्षितिज पर अरुणिम लाली छाई
हुआ ब्योम प्रफुल्लित, वसुधा हर्षाई
देखकर उन वीरों का अमर बलिदान
आज तिरंगे ने घर घर बनाई पहचान
देश के जिन रण बांकुरों की बदौलत
है सुरक्षित आज , हिन्दुस्तान हमारा
शत् शत् नमन , उन वीर शहीदों को
करते हृदय से अभिनंदन हम तुम्हारा
अमन चैन रहे मेरे प्यारे आर्यावर्त में
सुरभित सुमन महके इसके आंगन में
वीर भगत सिंह बिस्मिल की यह माटी
यादों में है राणा प्रताप की हल्दीघाटी
जीजा बाई, लक्ष्मीबाई, सीता, सावित्री
अहिल्या, गार्गी सम नारियां इसकी शान
मंगल पांडे के सपनों का यह हिंदुस्तान
प्राणों से प्यारा हमको भारत देश महान