तेरी यादों की बारिश
तेरी यादों की बारिश
अब अकेले तय न होगा यह
दुःख भरा जीवन का सफ़र
तुम आगे आकर हाथ बंटाना
हे ! मेरे जीवन के, हमसफ़र
तुम बिन सूनी मन की गलियां
मुरझाए सुमन , सूखी कलियां
तड़पूं जैसे जल बिन मछली
कैसे भूलूं वह दुःख की रजनी
तुम साथ हो मेरे,तो सदा बहारें
तुम ही माथे का टीका, बिंदियां
तुम ही चूड़ी पायल की रुनझुन
तुम ही मेरे जीवन की मृदु धुन
चले जब तक ,दिल की धड़कन
तुम ही मेरी साॉंसों में बस जाओ
खुले जब भी यह युगल लोचन
पास सदा अपने मैं तुम्हें ही पाऊं
उजली हो जीवन हर सांझ हमारी
पथ में बिछे मखमली हरियाली
सुरभित सुमन झरें नील गगन से
खुशियों से झूमें जीवन की डाली।