STORYMIRROR

Indu Kothari

Romance Tragedy

5  

Indu Kothari

Romance Tragedy

तेरी यादों की बारिश

तेरी यादों की बारिश

1 min
524

अब अकेले तय न होगा यह

दुःख भरा जीवन का सफ़र

तुम आगे आकर हाथ बंटाना

हे ! मेरे जीवन के, हमसफ़र 


तुम बिन सूनी मन की गलियां

मुरझाए सुमन , सूखी कलियां 

तड़पूं जैसे जल बिन मछली 

कैसे भूलूं वह दुःख की रजनी 


तुम साथ हो मेरे,तो सदा बहारें  

तुम ही माथे का टीका, बिंदियां

तुम ही चूड़ी पायल की रुनझुन 

तुम ही मेरे जीवन की मृदु धुन 


चले जब तक ,दिल की धड़कन

तुम ही मेरी साॉंसों में बस जाओ

खुले जब भी यह युगल लोचन 

पास सदा अपने मैं तुम्हें ही पाऊं 


उजली हो जीवन हर सांझ हमारी 

पथ में बिछे मखमली हरियाली

सुरभित सुमन झरें नील गगन से

खुशियों से झूमें जीवन की डाली।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance