प्रकृति
प्रकृति
मुझे भी आशा है
तुझे भी आशा है
परिणाम अवश्य आता है
मैं भी गंभीर
तू भी गंभीर
हरसाया हर सफऱ
ये धरती और ये आसमां
परिणाम अवश्य आता है
तू भी जीव
मैं भी जीव
तू भी साँस लेता है
मैं भी साँस लेता हूँ
परिणाम अवश्य आता है
चल आज फिर चलते हैं
नया रास्ता चुनते हैं
दोनों हमसफ़र बनते है
न तू मुझे सता, न मैं तुझे सताऊँ
परिणाम अवश्य आता है
तू मुझे बचा, मैं तुझे बचाऊँ
यदि तू मेरा है, मैं तेरी हूँ
फिर गुरूर किस बात का
क्योंकि ये तू भी जानता है और मैं भी
परिणाम अवश्य आता है ।
