परिवार
परिवार
परिवार मंगल कामनाओ का मेल मिलाप है!
पवित्र मंदिर है, सुमधुर संबंधो की सौगात है।
बाबूजी इसकी शान है, माँ इसकी आधार है,
अनुभवी बुज़ुर्ग दादाजी, परिवार की जान हैं।
परिवार हर दिन नयी खुशी से गुलज़ार है
एक दूजे के प्यार से हर मौसम बहार है।
यह संस्कारों से सुशोभित सुन्दर खान है
मुश्किल समय में समस्या का समाधान है।
अपना सुखी परिवार, सपनों को सच करता है
पंखों को उड़ान देता,सौरभ अपनी फैलाता है।
सेवा समर्पण की भावना से संतुष्ट सदा रहता है
छोटे बड़े हर सदस्य का मान सम्मान रखता है।
जन्मों का यह रिश्ता है, घर को स्वर्ग बनाता है
सभ्यता और सुसंस्कृति का प्रतीक बनाता है।
अपनों का साथ जहां पर, वह मेरा परिवार है
एकता ही धुरी जहां पर, वो मेरा परिवार है।