खुशियों का ठिकाना
खुशियों का ठिकाना
खुशियों का ठिकाना होता है वहां
जहा जिस परिवार में एक दूजे के लिए प्यार हो...
गम और दुखों के कैसे भी बादल छाए
सभी एक दूजे के लिए जान देने को भी तैयार हो...
बंद मुठ्ठी की तरह परिवार हो
सब परिवार के सदस्यों में स्नेह पूर्वक व्यवहार हो...
खुशियों का ठिकाना होता है वहां
जहा पूरा अपना परिवार हो...
