प्रभु तेरी लीला न्यारी
प्रभु तेरी लीला न्यारी


कुछ है जो मुझे इस दुनिया में
खुद से अलग दिखता है
कुछ है जो मुझको मुझ में दिखता है।
पता नहीं वो है क्या
क्या जो मुझको दिखता है
सच है या झूठ।
जो मुझे हर जगह दीखता है
उसकी तलाश अभी जारी है
खुद की पहचान अभी भारी है।
अब भी हाथ मेरे खाली हैं
हर किसी के हाथ में पूजा की थाली है
घुटने टेक कर खड़ा हूँ,
उसके द्वार।
दोनों हाथ जुड़े हैं मेरे
सिर झुका है
नमन करने को पहले द्वार।
अब
भी आँखो से दूर ओझल न्यारी है
हे प्रभु तेरी लीला न्यारी है
हे प्रभु तेरी लीला न्यारी है।
हर मंदिर में तेरी
मूर्ति कितनी प्यारी है
गालों से चमकती लाली है
तेरे हाथ में शक्ति सारी है।
तेरी दुनिया कितनी न्यारी है
हैं प्रभु तेरी लीला न्यारी है
है प्रभु तेरी लीला न्यारी है।
हर किसी का मन जुड़ा है आपसे
उन पर तेरी शक्ति सारी है
हर राक्षस पर तू भारी है
हे प्रभु तेरी लीला न्यारी है
हे प्रभु तेरी लीला न्यारी है।।