फर्ज की जंग
फर्ज की जंग
हम लोग कभी नहीं सुधरेगे, फिर से वही गलती दोहरायेगे
ना मुँह पर मास्क लगायेगे, ना सोशल डिस्टेंसिंग बनायेगे
लापरवाह होकर गलीयो में, बिना काम के चक्कर लगायेगे
इस तरह का बर्ताव करके, हम कोरोना को जीत दिलायेगे
अपना कौन है मरने वाला, कोई मरता है तो मरने दीजिए
मेरे पास बार बार आकर, फालतू के लेक्चर मत दीजिए
ज्यादा समझदार बने मत, चल चल आगे चल हवा आने दे
ऐसे अपशब्द बोलकर के, हम कोरोना को जीत दिलायेगे
फिर ऐसा वक्त भी आयेगा, जब कोरोना कमाल दिखायेगा
वह हमको बीमार कर देगा, और हमे पता तक नहीं चलेगा
उस समय भी लापरवाही से, हम कोरोना का मजाक उडायेगे
और अपने साथ अपनो को, इस बीमार से ग्रसित कर जायेगे
साँस लेने मे परेशानी होगी, धकडने धीरे धीरे रूकने लगेगी
नजरे धीरे धीरे धुँधली होगी, मौत अपना तांडव करने लगेगी
हमारी इस दशा को देखकर, सभी डर कर दूर भाग जायेगे
फिर बडे से बडे डाँक्टर भी, मौत के सामने हार मान जायेगे
आप सबसे विनती मैं करता, हाथ जोडकर निवेदन मैं करता
आप आदेशो का पालन करो, इस तरह लापरवाही से मत मरो
सोशल डिस्टेंसिंग अपनाकर, कोरोना महामारी से बचकर रहो
तभी हम कोरोना को हराकर, हँसी खुशी ये जीवन बीता पायेंगे।