पहले और अब
पहले और अब
पहले बगीचों में घर हुआ करता था,
और अब घरों में बगीचा होता है।
पहले तोड़े हुए फूल भगवान को चढ़ाते थे,
अब फूलों को बाजार से खरीद कर लाते हैं।
पहले बगीचे को बाग बनाया जाता था,
अब बाग काटकर बगीचा बनाया जा रहा है।
पहले फूलों से घर को महकाया जाता था,
अब घरों को इत्र से महकाया जाता है।
पहले पेड़ों की छांव में लोग बैठा करते थे,
अब पेड़ों काटकर पतरा लगाया जा रहा है।
पहले दीवारों पर फूल लगाए जाते थे,
अब नकली कागजों से सजाया जाता है।
पहले छोटा सा गमला भेंट दिया करते थे,
अब गमले का गुलदस्ता दिया जा रहा है।