पापा......
पापा......
पापा
आप का में ॲस हूं
आप से में जिना सिखुंगी
आप से मूझे उम्मीदे बहत
सारी सपने सजाऊंगी
मेरी पग डगमगाने लगे तो
मुश्किल राह पे मेरे हाथ थामलेना ।।
पथरीली राहों पर में
चल ना पाउंगी
प्यार से भरी निगाहों को
फुलों सा बीछादेना।।
आज हमारी गली में मूझे
पापा साईकिल चलाना शीखाना
गीर जाऊं तो आप उठाकर
मेरी जिस्म से धूल पोंछना ।।
सुना है कि कुछ लोग
बेटा और बेटी में फर्क रखते हैं
बेटी को जन्म से पहले
मां की कोख से मार डालते हैं
आप पापा हो पापा ही रहना
कभी मेरी हत्यारा मत बनना।।
आप पापा हो
मुझे प्यार करते रहना
कभी भी मर्दांगी मत दिखाना
आप पापा हो पापा ही रहना।।
