प्यार की परिभाषा....
प्यार की परिभाषा....
प्यार.....
प्यार किस डाली का फूल
या किस चीज का नाम
प्यार तो यहां हर पल -हर वक्त
इस जहाँ में होता है बदनाम ।।
प्यार को लोग समझते हैं एक झोंका
जो आती है और जाती है
इसलिए जमाने में कुछ लोग
प्यार को खिलवाड़ समझते हैं ।।
प्यार......
प्यार एक ऐसी एहसास
जो टूटाये ना टूटती, मिटाये ना मिटती
प्यार यहां पे मजाक है
यहां प्यार किसी से भी कर लेते हैं
और छिलके की तरह
बीच रास्ते पे निकाल दूर फेंकते हैं ।।
प्यार यहाँ करते हैं वक्त बिताने के लिए
न कोई प्यार को समझा
ना प्यार करने वाले को
प्यार तो करते हैं सिर्फ दिल बहलाने के लिए ।।
प्यार...
प्यार का कोई कद्र नहीं
यहां तो चलती सिर्फ दिल्लगी
अगर कोई सच्चा प्यार करे तो
वो दीवाना कहलाएगी ।।