पागल कैसे हो जाते है
पागल कैसे हो जाते है
एक सवाल था
लोग पागल कैसे हो जाते हैं ?
ख़ुद पता चला,
लोग पागल ऐसे हो जाते हैं
कभी आंखें झील बने,
मुखड़ा-ए-जां चांद लगे
तो समझ आये,
लोग पागल कैसे हो जाते हैं।
जिसे ख़्वाब जागने न दे,
ख़्याल सोने न दे,
वो बताये,
लोग पागल कैसे हो जाते हैं
कोई तकिया भर के सोए,
या छुप-छुप के रोए,
तो बताये,
लोग पागल कैसे हो जाते हैं
जब उठी, झुकी, मिली, नज़र
ग़ज़ल लगे
और गुनगुनाये,
लोग पागल कैसे हो जाते हैं
पागल हो ? इलाज़ कराते फिरो ! इश्क़ करो!
तब ख़ुद से पूछोगे,
लोग पागल कैसे हो जाते हैं ?

