नशा तेरे प्यार का
नशा तेरे प्यार का


पहली मुलाकात में, मैंने नजर मिला लिया,
तुझसे नजर मिलाकर, में घायल बन गया।
तेरे दिल के साथ मैंने, मैंने ताल मिला लिया,
मेरे दिल के झुले में, मैंने तुझ को बैठा दिया।
तेरे बेशुमार हुस्न से , मैं रोम रोम लहरा गया,
तुझ को पाने के लिये में, दीवाना बन गया।
तेरे बदन को छू कर, मैं भान-शान भूल गया,
मेरी हालत देख के, चांद बादलों में छूप गया।
तेरे हाथ से ज़ाम पी कर, मैं नशे में डुब गया,
तेरी बांहों में सिमटकर, "मुरली" तेरा हो गया।