नीलामी
नीलामी
चाहतों के बाज़ार में
किसी को नीलाम करना
प्यार करते हो कह कर
प्यार में व्यापार करना
दर्द देकर तो तुम
मरहम नहीं लगा सकते सरेआम
तो फिर, उसी महफ़िल में
क्यों बदनाम करना
लोग एक पल में
किसी पर कीचड़ उछाल देते हैं
जब अपनी बारी आती है
तो फिर कैसा डरना
साथ निभाने की उम्मीद
क्यों करते हो मेरे दोस्त
हाथ छुड़ा कर जाने वाले का
दोबारा हाथ क्यों पकड़ना
सभी पूछते हैं
कि तेरी कलम
सच्चाई क्यों बयाँ करती है
मैने कहा
कि बहुत लोगों को पसंद है
मेरी स्याही का लिखना।