निगरानी
निगरानी
आज तो निगरानी बड़ी कड़ी होगी,
दरवाजे पर नज़र उसकी खड़ी होगी।
आये होंगे उसे मनाने को दुनिया वाले,
और वो अपनी ही बात पर अड़ी होगी।
कुबूल ए मुहब्बत वो करेंगे बस मेरी,
प्रपोज़ करने वालों की भीड़ बड़ी होगी।
ये बसन्त ये बहार सब मुस्कराये होंगे,
इक रोज़ वो मेरे लिए सबसे लड़ी होगी।
एक दूजे की आँखों में जब देखेंगे हम,
कितनी खूबसूरत राही वो घड़ी होगी।