नहीं मालूम
नहीं मालूम
तुझसे क्या रिश्ता है मेरा मुझे मालूम नहीं,
बिन तेरे हाँ मगर मेरी सुबह नहीं,शाम नहीं,
तू मेरी जिंदगी का प्यारा सा सवेरा है,
बिन तेरे मेरी जिंदगी में बस अँधेरा है,
तू जो नाराज हो, मुझसे जिया नहीं जाता,
तेरी मुस्कान से ही मेरा दिल है मुस्काता,
मैं जानता हूँ अपने बीच में कुछ दूरी है,
हाँ मगर मिलना अपना सच बहुत जरुरी है।