नेताजी का नेत्र दान
नेताजी का नेत्र दान
नेताजी नेत्र दान की लाइन में खड़े थे
हम भी वहीँ अड़े थे
हमनें कहा "नेताजी आंख दान करेंगे
नहीं देख पाएंगे, फिर देश कैसे चलाएंगे।
वे बोले "कानून भी तो अंधा होता है
मगर चलता है
जिसकी किस्मत हुई फलता है
हम दान करने आए हैं बायी आंख
जो कानी है, बकरे की है
इस तरह एक बकरे का भला होगा
हमें एक और वोट मिलेगा
अगले चुनाव से पहले एक नया विधेयक लाएंगे
बकरों को वोट दिलवाने का अधिकार दिलाएंगे।
