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Vikas Sharma

Abstract Inspirational Others

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Vikas Sharma

Abstract Inspirational Others

नाता

नाता

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नाता चाँद का चकोर से

नाता राधा का कृष्ण से

नाता मीरा का कृष्ण से

नाता ईश्वर का प्रकृति से


नाता पन्ना धाय का चित्तौड़ से

नाता अहिल्याबाई का मालवा से

नाता स्वतंत्रता सेनानियों का मात्र भूमि से

नाता कल्पना चावला का अंतरिक्ष से


इतिहास गवाह है की अपने तो अपने होते हैं

इतिहास गवाह है की अपनों से बड़े भेदी भी नहीं होते हैं

इतिहास गवाह है की खून ने खून का खून बहाया है

इतिहास गवाह है की रिश्तों से बड़ी माया है


कलयुग में आज ना नाते हैं -ना रिश्ते और ना ही सम्बन्ध

नाते हैं तो स्वार्थ के -लालच के

नाते हैं तो गला काट प्रतिस्पर्धा के

नाते हैं तो लाशों के ऊपर अपना महल बनाने के


अभी कहीं देखा एक गाय को कुतिया के बच्चे को दूध पिलाते

अभी कहीं देखा एक कुत्ते के मरने पर

बाकी कुत्तों द्वारा उसे मान सम्मान से दफनाते -आंसू बहाते

देखा है मैंने बहुत करीब से इंसान को जानवर -वहशी बनते

देखा है कई बार जानवरों को इंसानियत का नाता निभाते



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