STORYMIRROR

Vikas Sharma

Abstract Inspirational Others

4  

Vikas Sharma

Abstract Inspirational Others

नाता

नाता

1 min
365

नाता चाँद का चकोर से

नाता राधा का कृष्ण से

नाता मीरा का कृष्ण से

नाता ईश्वर का प्रकर्ति से


नाता पन्ना धाय का चित्तौड़ से

नाता अहिल्याबाई का मालवा से

नाता स्वतंत्रता सेनानियों का मात्र भूमि से

नाता कल्पना चावला का अंतरिक्ष से


इतिहास गवाह है की अपने तो अपने होते हैं

इतिहास गवाह है की अपनों से बड़े भेदी भी नहीं होते हैं

इतिहास गवाह है की खून ने खून का खून बहाया है

इतिहास गवाह है की रिश्तों से बड़ी माया है


कलयुग में आज ना नाते हैं -ना रिश्ते और ना ही सम्बन्ध

नाते हैं तो स्वार्थ के -लालच के

नाते हैं तो गला काट प्रतिस्पर्धा के

नाते हैं तो लाशों के ऊपर अपना महल बनाने के


अभी कहीं देखा एक गाय को कुतिया के बच्चे को दूध पिलाते

अभी कहीं देखा एक कुत्ते के मरने पर बाकी कुत्तों द्वारा

उसे मान सम्मान से दफनाते -आंसू बहाते

देखा है मैंने बहुत करीब से इंसान को जानवर -वहशी बनते

देखा है कई बार जानवरों को इंसानियत का नाता निभाते



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract