मां
मां
यार दिल की ही मगर ऐसी दवा मां !
जिंदगी भर करती है देखो वफ़ा मां
हर वादा दिल से निभाती है हमेशा
जीस्त की वो एक सच्ची आशना मां
जिंदगी तेरे बिना कुछ भी नहीं है
तू नहीं होना कभी मुझसे जुदा मां
तू नहीं है तो उदासी है लबों पे
मेरे होठों की तू हमेशा मुस्कुरा मां
मुश्किलें सब छोड़ देती है राहों की
हक़ में कर दें जो अगर ये दुआ मां
जी नहीं पाऊंगा तेरे ही बिना मैं
पास आज़म के रहना मेरी सदा मां।
आज़म नैय्यर
सहारनपुर
