जादू
जादू
ऐसा उसकी हर बातों में जादू है
दीवाना बनती आंखों में जादू है
फ़ैली ख़ुशबू उल्फ़त की जैसी
रोके रास्ता जो राहों में जादू है
उसकी अंदर से आये ख़ुशबू हर पल
उसका ही फ़ैला सांसों में जादू है
निकले नाम दग़ाबाज़ उसी का है जो
उसका ही मेरी आहों में जादू है
यूं भूल नहीं पाता हूँ मैं तो उसको
उसका यादों की रातों में जादू है
शक्ल नज़र आये उसकी ही ए आज़म
उसका मेरे ख़्वाबों में जादू है।