मुझे अच्छा लगता है -अमर त्रिपाठी
मुझे अच्छा लगता है -अमर त्रिपाठी
फूलों के साथ बात करना मुझे अच्छा लगता है,
प्रकृति के साथ हर पल बिताना मुझे अच्छा लगता है
जब इंसानों में इंसानियत रही नहीं,
इसलिए अब चिड़ियों से बात करना,
मुझे अच्छा लगता है।
सुबह भंवरों से बात करता हूं,
बादलों को देख गुनगुनाता हूं
सावन की रिमझिम बारिश में
खुद को भिगोकर अच्छा लगता है।।
यही जीवन की नीति है
यही जीवन की रीति है
बचपन में जो तितलियों के साथ खेला करते थे,
आज उन्हें याद करके मुझे अच्छा लगता है।।

