मोहब्बत
मोहब्बत
मोहब्बत है हमसे तो यूँ इशारे न किया करो,
पास आ कर लफ़्ज़ों में बताया करो,
तेरी नज़रों की जुदाई अब दिल
मेरे दिल को भाती नहीं,
दुश्मन की तरह यूं दूर न रहा करो।
मैं तेरे इंतज़ार में खड़ी हूँ,
तूम सालों की तरह न आया करो।
पुरानी बातों को लगा सीने से,
धड़कन को यु न रोका करो।
तेरे मेरा जिंदगी का सफ़र है,
रास्ते में यूं अकेले न छोड़ा करो।
मेरे नाम में तेरा नाम न सही,
मोहब्बत तो यूं बदनाम न किया करो।