मोहब्बत लुटानी है
मोहब्बत लुटानी है
लग जाने दो मेरे होंठों को, बदन से तुम्हारे,
कि मुहब्बत तुम पे लुटानी है!!
मिट जाने दो फासले, हमारे चाहत के,
कि मुहब्बत तुम पे लुटानी है!!
ये नाजुक कमर, ये आसमान के तारे,
बस जाओ मेरी रूह में, देखेंगे ये सारे,
जिंदगी में हमेशा के लिये हो, और तुमसे ही जिंदगानी है!!
भर लो बस अब बांहों में,
कि मुहब्बत तुम पे लुटानी है!

