इंतजार है किसी का ,के आए कोई
इंतजार है किसी का ,के आए कोई
जिन्दगी ने मुझे दिए हैं जो गम,
कैसे सहें आखिर उन्हें हम !
आदत बनी है रोना मेरी,
हंसी है अब खोई
इंतजार है किसी का, के आये कोई !!
दुनिया से मेरी
उम्मीदें है टूटी सी,!
मेरे इस दिल से
धड़कनें है छूटी सी !
हंसता है चेहरा भले
आंखें है मेरी रोई,
इंतजार है किसी का, के आये कोई !!
देखता हूँ कहीं,
सोचता हूँ कहीं
पूरी पूरी रात मुझे,!
अब नींद नहीं,
हर जगह हमने,!
झक्क ही है मरवाई
इंतजार है किसी का, के आये कोई!!
