दिल तुम्हें नहीं भूल पाएगा
दिल तुम्हें नहीं भूल पाएगा
पुलवामा के अमर शहीदों,
दिल तुम्हें नहीं भूल पाएगा।
जब जब शहादत की याद आती है,
ये अंखियां दोनों गमगीन हो जाती हैं।
शांत मन गुस्सा से भर जाता है पल में,
बंदूकें खुद व खुद कांधे पर चढ़ जाती हैं।
पुलवामा के अमर शहीदों………..
शहादत पर गर्व करता है देश,
अभिमान से सीना चौड़ा है हमारा।
दुश्मनों को ऐसा सबक सिखाया हमने,
दुश्मन कभी नहीं भूल सकता है नजारा।
चालीस के चालीस शहीद हमारे दिल में है,
देश का मान बढ़ा, कहता है तिरंगा प्यारा।
पुलवामा के अमर शहीदों………..
भारत माता के प्यारे सपूत,
अमर रहेगी तेरी हर निशानी।
कैसे भूल सकता कभी शहादत?
तन मन से जो सच्चा हिन्दुस्तानी।
आनेवाली पीढ़ियां भी सबक लेंगी इससे,
जब पढ़ेगी, बेमिसाल कुर्बानी की कहानी।
पुलवामा के अमर शहीदों………….
है कोटि कोटि नमन आपको,
देश के इतिहास को अभिमान है।
नीचे मातृभूमि आंसू बहा रही आज,
ऊपर से सर झुकाता नीला आसमान है।
कृष्णदेव की भी श्रद्धांजलि स्वीकार करें,
जग में सदाबहार आप सबका बलिदान है।
पुलवामा के अमर शहीदों………..