प्रार्थना वंदन
प्रार्थना वंदन
हाथ जोड़ कर जब प्रार्थना
करते है तब हमारा मन हमें,
हृदय के उस कोने तक ले
जाता है जो स्थान पवित्र,
माना जाता है, जहाँ हम,
अपने सुख दुःख फरियाद
कर सकते है, कुछ क्षण के,
लिए अपने अंतरमन में खो।
जाना और ईश्वर से प्रार्थना ,
कर हाथ जोड़े नमन करते,
हुए यहीं प्रार्थना करते
हमारी प्रमाणिकता, हमारा स्वस्थ
हमारा मन विचार किसी न
बैर हो, सभी से भाईचारा।
बना रहे, हर कदम हमारा।
नेकी का हाथ पकड़ कर चले,
ओर हमसे, भूल से भी भूल न
हो किसी, और का बुरा न हो।
लालच ईर्ष्या से मुक्ति मिले,
तेरी छांव में जीवन सरल, बीते
यहीं प्रार्थना प्रभु से करते है।