परेशान पति
परेशान पति
परेशान पति पत्नी से बोला,
एक मैं ही तुम्हें निभा रहा हूं
मगर अब सहा नहीं जाता
इसलिए आत्म हत्या करने जा रहा हूं।
पत्नी,
कोई बात नहीं लेकिन हमेशा की तरह आज भी मत भूल जाना,
अगर वापिस आ गए तो पांच किलो चावल ले आना,
आगे भी तुम नदी में छलांग लगाने की कहते हो
लेकिन फिर वापिस आ जाते हो,
पति ने बात दोहराई, यह भी कर के दिखा दूंगा,
जिस दिन तैरना आ गया छलांग भी लगा दूंगा,
फिर भी अगर तू परेशान है तो मुझे छोड़ क्यों नहीं देती,
पति पत्नी का रिश्ता तोड़ क्यों नहीं देती,
पत्नी,
इतनी जल्दी भी क्या पड़ी है
अभी तो सारी संपति तेरे नाम जड़ी है,
पहते हस्ताक्षर करबा लेती हूं
फिर पीछा भी छुड़ा लेती हूं,
बैसे भी फिजूल का रिश्ता होता है,
दो बर्ष बाद मिथ्था होता है।
मैं भी मुश्किल से निभा रही हूं सौतेला समझ कर हर काम चला रही हूं,
सुन पत्नी की बात सुदर्शन बहुत घबराया,
यह तो सचमुच भाग जाऐगी
करके घर का सफाया।
सुन लो सभी पति कान पकड़ के मान लो हर बात पत्नी की नहीं तो पड़ा रहे गा पंगा,
न जाने कब कोर्ट में कर दे सब के आगे नंगा,
खूब करो पत्नी की सेवा जब तक सांस न जाए,
सोच समझ के लेना पंगा पत्नी बुरी बलाए।