STORYMIRROR

Swapnil Saurav

Comedy

4  

Swapnil Saurav

Comedy

१५ साल के बाद की मुलाक़ात

१५ साल के बाद की मुलाक़ात

1 min
499

कल शाम की

सुना रहा हूँ ये बात 

सब्ज़ी मंडी पहुँचा

झोला लिए हाथ 


१५ साल पुरानी

मुहब्बत दिखी अकस्मात 

आँखों ही आँखों में

हुई हमारी मुलाक़ात 


शर्मा के, नज़रें झुका के 

और थोड़ा मुस्कराके 

किया हैल्लो मेरी तरफ़

हाथ हिला के 

फिर अपने दोनों बच्चों से

बोली मिलवा के 


बेटा मामा को नमस्ते करो तुम

बच्चे भी मेरी तरह थे मासूम

बोले- मम्मी इतने तो आपने

आलू नहीं ख़रीदे 


जितने बाज़ार में आज

मामाओं से मिलवा दिया।  


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Comedy