तब तुम्हारे साथ हुई थी गोलगप्प
तब तुम्हारे साथ हुई थी गोलगप्प


आया अपने दोस्तों के साथ में नुक्कड़ की दुकान पे दोस्तों के साथ!
दावत दे नहीं सकता था अपने मित्रो को बुरे थे उन दिनों अपने हालात!
देखा तुम्हारा प्यार मैंने चाट -पापड़ी के लिए जो!
तब हुई तुम्हारे साथ गोलगप्पे पे मुलाक़ात!
बहुत पसंद थे तुम्हे लग रहा था देखकर मुझे भी!
कर रही थी तुम कैसे उनके बारे में तहकीकात!
पूछ रही थी खड़े -खड़े कैसे उनकी विविधता के बारे में!
तब तुम्हारे साथ हुई थी गोलगप्पे पे मुलाक़ात!
पानी भार गया मुँह पे
तुम्हारे एक बार देख उसको!
प्यार भारी आँखों से देख रही थी उनको
ऐसे जैसे तुमसे हो उनका पुराना ताल्लुकात!
पाक उल्फत देखी मैंने तुम्हारी उनके प्रति!
तब तुम्हारे साथ हुई थी गोलगप्पे पे मुलाक़ात!
पानो को उत्सुकता तुममें इतनी सबसे पहले मिले
तुमको लड़ना जो देखा तुम्हारा भैया से!
तुमने ना जाने इसके लिए किये हो जन्मों से ज़कात!
भोचक्का हो गया मैं भी इतना प्यार देखकर जैसे आज के बाद मिलेंगे नहीं ये!
तब तुम्हारे साथ हुई थी गोलगप्पे पे मुलाक़ात!