क्या तुम मुझसे प्यार करते हो
क्या तुम मुझसे प्यार करते हो


मान लो चलो कैसी भी दिखती हूँ सुन्दर नहीं मैं!
जो आज तक मैंने कामयाबी पायी उस पर फक्र करते हो!
रंग रूप से ऊपर स्वभाव है उस पर कायल होकर!
तुम क्या तुम मुझसे प्यार करते हो!
रंग -रूप कुछ नहीं होता ना साथ ले के जाना अपने साथ!
मेरी सब कमी को अपना अपनी उल्फत का इज़हार करते हो!
सब एक जैसे नहीं मगर सोच अच्छी होनी चाहिए रंग में क्या है!
रंग से क्या लेना - देना मेरी खूबी देखकर क्या तुम मुझसे प्यार करते हो!
मेरे दीदार को बेचैन होते हो कभी तमन्ना मिलने की करी कभी!
जब मैं निकलूँ तुम्हारे आस पर मुझपर तुम अब्सार करते हो!
वक़्त रुक जाये जब हम मिले फ़िक्र होती है कभी तुमको!
सच बताओ क्या तुम मुझसे प्यार करते हो!
आंखें मेरी हो और आँसू तुम्हारे कभी मुझे बोलते हो दुखी होने पर!
मेरे बारे में कभी अपशब्द कोई कह दे अगर तो उसपर तुम अल्ग़ार करते हो!
मेरी इज़्ज़त सर्वोपरि है और मैं जरूरत हूँ या ख्वाहिश तुम्हारी बताओ!
अपनी ख्वाहिश मानकर क्या तुम मुझसे प्यार करते हो!