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Kalamkaar

Romance Tragedy

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Kalamkaar

Romance Tragedy

महक उसकी शर्ट को भूल नहीं पाया

महक उसकी शर्ट को भूल नहीं पाया

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चली जरूर गयी वो छोड़कर मुझे वो एक दिन !

सुगंध उसकी मैं खुद से दूर नहीं कर पाया !


अहसास रह गया उसमे मेरा अब तक जो भूला नहीं !

महक उसके शर्ट का भूल नहीं पाया !


वो रात भी हसीन थी जब वो मेरे करीब थी !

उस रात अलग मैं उससे हो नहीं पाया !


रह गयी वो जैसे मुझ में और समा गयी हो !

और महक उसकी शर्ट को भूल नहीं पाया !


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